दुश्मनो मे इतना दम नही
के हमे बदनाम कर दे ।
हमारा सुख चैन छिन के
हमे परेशान कर दे ।
पर कमबख्त
अपनों ने दो पल में ही वो कसर पूरी कर दी।
✒ K. Satish
दुश्मनो मे इतना दम नही
के हमे बदनाम कर दे ।
हमारा सुख चैन छिन के
हमे परेशान कर दे ।
पर कमबख्त
अपनों ने दो पल में ही वो कसर पूरी कर दी।
✒ K. Satish
चाँद की रोशनी से सारे तारे चमक उठे,
वह देख दिल की गहराई ने कहा, उफ क्या हँसी नजारा है ।
पर तेरे आने से फिजा में जो रौनक आई है,
उसे देखकर चाँद भी शर्मिंदा है ।
✒ K. Satish
कर्तृत्व असे नसावे की, जे स्वतःच्या तोंडून सांगावे लागेल कर्तृत्व असे असावे की, जे लोकांना दिसावे व त्यांनीच त्याची चर्चा करावी ✒ K. Satis...