दो गज सही ये मेरी मिलकियत तो हैं
ऐ मौत तूने मुझे जमीदार कर दिया ।
दिल को छू गई शायरी आपकी
हर शेर में छलकती थी जिंदादिली आपकी
मौत तो आनी थी इक दिन वो आज आ गयी
उसको भी भा गई हर अदा आपकी ।
शब्दों के सागर - शायरी के बादशाह
जनाब राहत इंदौरी साहब को भावपूर्ण श्रद्धांजली...!!!
🙏🏻 K. Satish
अतिशय प्रतिभाशाली शायर
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